ग़ज़ल

सपने ही देखे हमने भीगी शाम से पहले,हमेशा रास्ता देखा तेरा अंजाम से पहले। किताबों में है सूखे प्यार के तोहफे कई रखे,उन्हें सहला ही लेते हैं तुम्हारे नाम से … Read More