रास्ते-वास्ते
बहारें खुशबू मेंयह कैसीमहक भरीसब परजादू की यहकैसी छड़ी चलीआँखों में बसने लगेप्यार के कस्बेअनजाने मेंछोड़ गयाकोई प्रीति के किस्सेडगर- डगरयूं मचलताक्यों भटक रहा मनहर जगहलगने लगे हैंप्यार के मेलेबिना प्यार … Read More
बहारें खुशबू मेंयह कैसीमहक भरीसब परजादू की यहकैसी छड़ी चलीआँखों में बसने लगेप्यार के कस्बेअनजाने मेंछोड़ गयाकोई प्रीति के किस्सेडगर- डगरयूं मचलताक्यों भटक रहा मनहर जगहलगने लगे हैंप्यार के मेलेबिना प्यार … Read More
मस्तिष्क मैं सोच का बवंडर उठ रहा है। हम कितने अनुभवहीन होते हैं, जीवन का अनुभव लेकर नहीं आते, आने वाली घटनाओं का अनुभव नहीं होता, हम बेटा बेटी या … Read More
“तुमसे कितनी बार कहा है, तुम चली जाओ पार्टी में, मैं तुम्हारे साथ नहीं जा सकता”…प्रभास झल्ला पड़ा। “क्यों’… क्या मेरी सफलता तुम्हें चुभने लगी।” “मुझे क्यों चुभेगी, मैं कोई … Read More
है ख़जाना पास ख़ुशियों का मेरेकुछ पुरानी याद से नाता रहा । आज़माने को बहुत कुछ था मगरजो जूनूं का दौर था जाता रहा । बेवफ़ा इक बार तो तू … Read More
“अरे रेणुका, तेरी ननद के ससुराल में कुछ गड़बड़ चल रही है, हो सकता है कि वे तेरी ननद को छोड़ने की तैयारी भी करे।” “तुम्हें, कैसे पता राधा?” “मेरी … Read More
तुमको हर हाल में यूँ अपना बनाया हमने,हौसला अपना ही हरचंद बढ़ाया हमने । राह जब हमने समर्पण की चुनी है तो कहो,प्यार में तेरे कहाँ सर न झुकाया हमने। … Read More