क्या नाम दूँ

क्या नाम दूँँ जैसे ही डॉक्टर यादवेंद्र ने अपना बैग उठाया घर जाने के लिए तो उनके स्टाफ का स्टॉप बाय ने उनका बैग लपक लिया, हॉस्पिटल के पार्किंग में … Read More

ग़ज़ल

हर पल नसीब का अजी शिकवा न कीजिए,जिंदा दिली से जीना है तो रोया न कीजिए। मौसम बाहर का है चमन में रहेंगे साथ,चुभते हैं ख़ार दिल मेरा तोड़ा न … Read More

ग़ज़ल

इस कदर वह दिल दुखाते आजकल,प्यार कब सच्चा निभाते आजकल। कर रहे हैं इस कदर गुस्ताख़ियाँ,मुझको वो नीचा दिखाते आजतक। दिल्लगी दिल की लगी अब बन गई,तालियाँ ही सब बजाते … Read More

ग़ज़ल

प्यार हुआ है सोच के अच्छा लगता है,उनसे जन्मों का है रिश्ता लगता है। तोड़ी है खामोशी जब से यह हमने,ग़म से दामन सहज छुड़ाना लगता है। पीर उठी है … Read More

ग़ज़ल

आईना एक ख़ुद को दिखा तो चले,जन्म-जन्मों का रिश्ता निभा तो चले । सोचने क्या लगे हाथ थामो मेरा,क्यों ख़फा हो ख़ता कुछ पता तो चले। हमने बुन ली नई … Read More