अब मिल भी जाओ इस पार
ढोल नगाड़े करते शोरडाल-डाल चटके कचनाररंग-बिरंगे सजे परिधानफागुनाए से रंग हजारअब मिल भी जाओ इस पार। लोहड़ी जब दहकी-बहकीठुमके कई लगाए बहार बहकीचुड़ी खनकी पायल देती तालआई लौट बसंत बहारअब … Read More
ढोल नगाड़े करते शोरडाल-डाल चटके कचनाररंग-बिरंगे सजे परिधानफागुनाए से रंग हजारअब मिल भी जाओ इस पार। लोहड़ी जब दहकी-बहकीठुमके कई लगाए बहार बहकीचुड़ी खनकी पायल देती तालआई लौट बसंत बहारअब … Read More
एक समय की बात है, उत्तराखंड के पहाड़ों में एक महान राजा रहता था। वह एक दयालु और न्यायप्रिय शासक था जिससे उसकी प्रजा प्यार करती थी। एक दिन, राजा … Read More
अकस्मात पति की मौत ने तिस्ता को हिला कर रख दिया, कहाँ तो वह जिंदगी में खुशियों के साथ बसर कर रही थी, और एक दिन अचानक दुर्घटना में संदीप … Read More
अमरकंटक स्कंद पुराण रेवाखंड के अनुसार अमरकंटक का अर्थ देवताओं का शरीर है यह समुद्र तल से 1070 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है यहां नर्मदा का उद्गम स्थल है … Read More