राम आयेंगे तो क्या कहेंगे
राम आयेंगे तो क्या कहेंगे मैं अपना आंगन बुहार लूं अबजो राम आये तो क्या कहेंगेज़रा सा खुद को संवार लूं अबजो राम आये तो क्या कहेंगे ? ना कुछ … Read More
राम आयेंगे तो क्या कहेंगे मैं अपना आंगन बुहार लूं अबजो राम आये तो क्या कहेंगेज़रा सा खुद को संवार लूं अबजो राम आये तो क्या कहेंगे ? ना कुछ … Read More
ढोल नगाड़े करते शोरडाल-डाल चटके कचनाररंग-बिरंगे सजे परिधानफागुनाए से रंग हजारअब मिल भी जाओ इस पार। लोहड़ी जब दहकी-बहकीठुमके कई लगाए बहार बहकीचुड़ी खनकी पायल देती तालआई लौट बसंत बहारअब … Read More
हम निदियाँ तुम सपन हमारेआते रहना मन के द्वारे जब भी आते छल-छल जातेमेरे मन को क्यों बहकातेतपन प्रीत की और बढ़ातेफिर भी लगते हो तुम प्यारेआते रहना मन के … Read More
बदली हवा देश की कैसीबदला देश का वेशनहीं बची आँखों में लज्जाशर्म हया का किंचित लेश….. मन के मन में मानव के नहीं अब किंचित प्यारबचे स्वार्थ के रिश्ते केवलअपनों … Read More
वह खेतों की मिट्टी सोंधी, हरियाली मनभावन,देख-देख जिसको मस्ती में झूम उठे यह मन।यहाँ शहर की धुंध-घुटन वह शीतलता यहाँ कहाँ…१अमराई में विकल गूँजती, कोयलिया मतवाली,ची-ची चिड़ियाँ जहाँ, फुदकती फिरती … Read More
हम निदियाँ तुम सपन हमारेआते रहना मन के द्वारे जब भी आते छल-छल जातेमेरे मन को क्यों बहकातेतपन प्रीत की और बढ़ातेफिर भी लगते हो तुम प्यारे आते रहना मन … Read More