रिश्तों की मधुरता

कात्यानी कॉलेज में अपनी पढ़ाई में तल्लीन थी उसी समय उसके घर वाले उसके लिए अच्छा घर वर देखने में मशगूल। माता-पिता तो चाहते ही हैं कि अच्छा खाता पीता … Read More

ग़ज़ल

यूँ भी होता है कुछ भला करना,कुछ नहीं है तो बस दुआ करना। चाहतों का न दौर हो ना सही,पर अदावत की मत खता करना। खुद पे विश्वास बस रखो … Read More

ग़ज़ल

दुख के पीछे सुख का आना होगा ही,अपने दिल को यह समझना होगा ही। तूफ़ाँ को आना है वो तो आएगाहमको अपनी जान बचाना होगा ही। तन्हा जीना भी क्या … Read More

ग़ज़ल

दर्द पाया है इस ज़माने से,बाज आये न दिल लगाने से। नींद आँखों को दी मेरे रब नेआएँ सपने किसी बहाने से । देखते राह थे कभी मेरी,राह बदले हैं … Read More

मैं क्या जानूं

यौवन की दरकार हैदिल के धड़कने कीये कैसी आवाज है,चारों दिशाओं तकजो सुनाई पड़ने लगी। हुआ आजऐसा न जाने क्योंजब से आँखेंउनसे चार होने लगीं। बगावत में तार सरगम केसारे गरजने … Read More