एक थी राजस्थान की हाडी रानी Ek was the Hadi Rani of Rajasthan
मेवाड़ की हाड़ी रानी की सच्ची कहानी, जिन्होनें मातृभूमि के लिए और अपने राज्य की जीत के लिए इतना बड़ा त्याग किया है कि शायद ही किसी ने किया हो। … Read More
मेवाड़ की हाड़ी रानी की सच्ची कहानी, जिन्होनें मातृभूमि के लिए और अपने राज्य की जीत के लिए इतना बड़ा त्याग किया है कि शायद ही किसी ने किया हो। … Read More
छाई चारों ओर लालीकाजल डाल केछुईमुई खड़ीशाम निरालीपनघट पर गोरीलिए पलकों पर लाजधीमे-धीमे कह रहीनहीं आए साजन आजकल-कल झरना बह रहाबात प्रीत की कह रहालिए प्रकृति प्यारदिल के द्वारपगडंडी पर धूल … Read More
ग़ज़ल हमारे साथ सरमाया हमारा,लगे, जैसे हो माँ जाया हमारा। टिकी हैं उस पे ही नजरें हमारी,कहाँ ये मन भी भरमाया हमारा। समझ रक्खो बहुत बदला है मौसम,वो गुजरा वक्त … Read More
शिवा का बहुत सा धन खर्च हो गया कर्ज में डूबता जा रहा था लेकिन झुकने को तैयार नहीं। मुकदमे पर मुकदमा चलता रहा न ही जमीदार का लड़का शिवा … Read More
आ लौट चलें बहुत समय बाद घर वापस लौटी है वह लगभग पन्द्रह वर्ष हो गये गली में घुसते ही बचपन की सोंधी खुशबू ने ताजा दम कर दिया कच्चे-पक्के … Read More
अब बात कोछुपी ही रहने दोजरा अब सोने दोरच बस गई हैयह कड़वाहटजीवन मेंशकुनी भी दंग हैइतनी घीनौनी चाल सेचालाकी में लोमड़ी भीशर्मसार हैदिन में उजले धंधेकरने वालेसूट बूट मेंइज्जत … Read More
दस्तूर यही है इंद्रधनुष के सात रंगमिलजुल पानी संगउत्सव मनाते,बसंत बहार झूम कररंग बिरंगे मनभावनफूल बिछाते,सूर्य प्रकाश लेहाथों मेंचारों दिशाओंको चमचमाते,चंद्रदेव शीतलता संगदुशाला ओढ़ेघनी कालीरात डराते,गर्जन तडकन के साथसिरहन ले … Read More
ग़ज़ल ये सारा ज़माना हमारा हुआतुम्हें रूठना बस गवारा हुआ । हमी ख़्वाब में बात करते रहेन ही तेरी तरफ से ही इशारा हुआ सहर-शाम चौखट तेरी थाम करकि रोया … Read More
पता मिलते ही आफिस खुलने का समय देखा और झटपट तैयार होने लगी इला। दिल-दिमाग में तरह-तरह के तर्क-कुतर्क चल रहे हैं। इसी उत्तेजना में दूसरी मंजिल चढ़ती वह हाँफने … Read More
ऐसा ही हो प्रेम की रसधारचारों ओर फुहारशबनम भीगवाही देने लगेंस्वर्णिम क्षणों कोअपने में टांकते रहोसांसों का कोईहिसाब न रहेबस प्रेम की लहरउछलती गरजती रहेमन गंगाजल सानिर्मल, पवित्र होता रहेहर … Read More