अब बस
दर्द की शीलाजब रख रहे होमेरी जीवन शैलीके चलन परतब तुम कोईचन्दन नहीं होजो अपने जीवनसे खुशबू बिखेरनेको तत्पर होजबकि सच्चाई यहहै कि यह सब करनातुम्हारी परवरिश मेंशामिल हैंजहां अहम … Read More
जो मिला उस ईश के आभार से,डर ऐ बंदे उस बड़ी सरकार से। दूर रहकर प्यार में तड़पन मिली,चाहतों के भी भरे बाजार से । हमको रुसवा वो करें जब … Read More
(अंतिम भाग 8 ) चिल्ला पीराने पीर गौसुल आजम यहाँ हजरत मुबारक की एक ईंट दफन है। करीब ही एक सय्यद साहब की मज़ार है। दालान का सहन देखने से … Read More
(भाग 7 ) मस्जिद तिलोक बाई मशहूर गीतकार तानसेन की बेटी तिलोक बाई ने यह मस्जिद बनवाई थी। हजरत बीबी हाफिजा जमाल हजरत ख़्वाजा गरीब नवाज़ की साहबजादी थी, मजार … Read More
(भाग 6) सहने चिराग से थोड़ा फासला तय करने के बाद दो दुकानों के दरमियान एक दरवाजा आता है जिससे गुजरने के बाद मग्रिब की तरफ एक छोटा सा जालीदार … Read More
(भाग 5) गरीब नवाज के गुम्बद का अन्दरूनी हिस्सा संगे बिस्ता है जिस को चूने से बनवाया गया है और बाहर का हिस्सा ईंटों से तैयार किया है। डांट पर … Read More
(भाग 4) शिप पर हमेशा समय की पाबंदी होती है फिर भी रघुवीर को जब भी मौका मिलता आदर्शिनी से बात करता। वह अपने काम के नये नये रोमांचित कर … Read More
(भाग 3) आदर्शिनी को नौकरी मिल गई। उसने एक पत्र रघुवीर के नाम लिखकर छोड़ा और आपने घर को लौट आई, आगामी आठ दिनों के अन्दर उसे नौकरी पर आना … Read More