Ye Jindagi ऐ ज़िन्दगी
ऐ ज़िन्दगी…. …आज सूरज की लाली मेरे कानों में चुपके से यह कह गई है कि तुम्हारी सखी सो रही है तुम कहो तो मैं उठा आऊँ, ….अपनी रेश्मी किरनों … Read More
ऐ ज़िन्दगी…. …आज सूरज की लाली मेरे कानों में चुपके से यह कह गई है कि तुम्हारी सखी सो रही है तुम कहो तो मैं उठा आऊँ, ….अपनी रेश्मी किरनों … Read More
…यह किस तरह की हो गई हूँ मैं, खुद के संभाले नहीं संभल रही हूँ, यह दिल बार-बार अचानक से क्यों तेज-तेज धड़कने लगता है, कभी बेचैन होती हूँ, तो … Read More
रोग छूटे ऐसी दवा दीजिएअब शिफा की दुआ दीजिए दिल में नफ़रत न बाकी रहेदूरियों को मिटा दीजिए। प्यार करने को लम्हे हैं कमसारे शिकवे भुला दीजिए नाव मझधार में … Read More
ऐ ज़िन्दगी,… आज रुत भी कुछ अलसाई हुई हैं ..वह भी होले होले अगडाई ले रही हैं, सारा दिन चलकर सूर्य भी रात की खुमारी से भरा है रेश्मी किरणों … Read More
खुसफाहमीकी चाहतेपालतीजवान हुईसपनों की एकपोटली बंधीप्रसाधनों सेभर लीश्रृंगारदानीशबनमीरुत छाईनयनों बीचमुस्कानअटककररह गईजरा साआंचल क्यालहरायालाज नेपरचंमफहरायाआगे पीछे,आड़ी तिरछीहर कोणसे तराशाकहीं से भी तोबुरी नजरनहीं आईमासूमियतदेती गवाहीआज फिरमन मुस्कायाअनुभव काअजीब दर्पणझूठ चाशनीलपेटेरूप का … Read More
लखनऊ में रिक्शा कर जब निकलें तो मन वैसे ही कसैला हो गया, हरि,उषा को बिठाये, एक मरियल आदमी रिक्शा खिंच रहा है। पता नहीं रिक्शे को चालक की सूखी … Read More
रास्ता तेरे घर का मिले तो कभीबात बिगड़ी कोई फिर बने तो कभी । ग़मजदा हूँ मैं दिल में छुपा ले मुझे,यह कली मेरे दिल की खिले तो कभी । … Read More
पीली सैल्फ चेक की साड़ी, चौड़ा प्रिंटेड बॉर्डर पर कंट्रास्ट आँचल की सादगी देखते ही बनती है, वैदेही ने माणिक मोती और पन्ने से बना लंबा गुलुबंद, मांग का टीका … Read More
ऐसे है हम आप महानहम तोजंगल बियाबानहमें न अपनेपनकी कसौटीऔर न ही दंभका एहसासहम तो हैंनिर्मल निर्झरकरते वनों से प्यारहमारा अपना हैसंगीसाथीइन पेड़ पौधों कामोहताजइनके बिनहम नहींबस मन में पालेऐसे … Read More
बहुत दिनों बाद अम्मा के घर जाना हुआ, तो उनकी दशा देखकर कलेजा मुँह को आ गया, अम्मा जर्जर शरीर लिए आँगन में खाट पर बैठी है, जीवन की विडम्बना … Read More