(4) मेरे घर आना जिंदगी Come to my home life
बेटे की स्थिति से असहाय की परिधि से घिरी भाग्य की मारी माँ की शक्ति धीरे-धीरे क्षीण होने लगी, हाथ-पैर ने साथ देने से मना कर दिया तो वहीं सलाखों … Read More
बेटे की स्थिति से असहाय की परिधि से घिरी भाग्य की मारी माँ की शक्ति धीरे-धीरे क्षीण होने लगी, हाथ-पैर ने साथ देने से मना कर दिया तो वहीं सलाखों … Read More
थाने के सामने पहुँच कर केश्वर की रूह कांप गई। एक तरफ दहलान में कुछ पुलिस वाले कुर्सी पर बैठे हैं, उनके कदमों में दो रतन की उम्र के लड़के … Read More
“भौजी काहे मिलने जा रही हो, कोर्ट-कचहरी का मामला बनेगा, उम्र निकल जाती है, एड़ियाँ रगड़ते-रगड़ते, पर कानून नहीं पसीजता, फिर तुम पर कौन से कमाई के साधन हैं, खेत … Read More
अपराधी के गृह ग्राम में सूचना पहुँचाई गई, कि रतन नाम का युवक जो हत्या का आरोपी है, आज पुलिस द्वारा पकड़ा गया है उसे गिरफ्तार कर दूसरे दिन जेल … Read More
मुँह में आंचल दिए वो यूँ ही अड़ी रहती है,दर की चौखट पे मुंतज़िर सी खड़ी रहती है। मेरे बस में नहीं था तुमसे बिछड़कर जीना,एक उम्मीद की लौ मन … Read More
जब से माहिया इस घर में आई है तभी से उसने एक बात नोटिस की है, इस घर का बड़ा बेटा किसी न किसी बहाने उसे छूने की कोशिश कर … Read More
प्यार भी हमको रूहानी चहिए,अब ज़रा कीमत बढ़ानी चाहिए। खोलकर बैठे पिटारा याद का,उसमें कुछ यादें पुरानी चाहिए। हुस्न की बगिया महकती हो जहांँ,इक कली चुप से उठानी चाहिए। सुरमयी … Read More
अपनी आँखें हो रही नम क्या करें,दिल में उम्मीदें भी हैं कम क्या करें। अब न आएँगे तेरे नज़दीक हम,हौसले हैं आज बेदम क्या करें। बेरुखी की बात तो तुम … Read More
ढोल नगाड़े करते सोरकच्चे पक्के चटके कचनाररंग-बिरंगे सजे परिधानबिखरे फागुन से रंग हजारअब मिल भी जाओ इस पार। लोहड़ी जब दहकी बहकीठुमके कई लगाती बहारचुड़ी खनकी ताल पे ताललौट आई … Read More