बोल रे कठपुतली
घर लौटा बाली तो घर में सन्नाटा पसरा है, किसी आशंका ने दस्तक तो दी लेकिन तुरंत झटक भी दिया, ऐसा कुछ तो हुआ नहीं, फिर बात क्या है ? … Read More
घर लौटा बाली तो घर में सन्नाटा पसरा है, किसी आशंका ने दस्तक तो दी लेकिन तुरंत झटक भी दिया, ऐसा कुछ तो हुआ नहीं, फिर बात क्या है ? … Read More
मिलना जुड़नानिश्चित करखिली चमनकी कलीहर घरमुस्काती, इठलातीगर्व से तन करप्रेम काइज़हार करविश्वास की पोधरोप करयादों के तारे सितारेटांक करमिसाल ऐ ताजमहलखड़ा करहाथों में हाथडाल करअनंत आकाशकी सेर करदो दिवाने चलेजिस्म … Read More
उन्हें आजमाने के दिन आ रहे हैं,मुकद्दर बनाने के दिन आ रहे हैं । हमें अपने पहलू में थोड़ी जगह दो,कहानी सुनाने के दिन आ रहे हैं । समंदर में … Read More
अंगड़ाई लेती काकी ने खुशनुमा सुबह को लजबाव करते हुए, आँखें खोली तो खिड़की से छनकर आती मुलायम किरणों को हसरत भरी निगाहों से देखा, सूरज उनकी खिड़की से झांककर … Read More
बरसात का मौसम, उस पर रिमझिम फुहारे , जंगल से गुजरती मेरी प्राइवेट रोडवेज बस, उबड़ खाबड़ रास्ते और बस का अपना ही खतरनाक शोर…. इन सबके बावजूद बाहर का … Read More
पास आओं कभी ख़ुशी बनकर,मेरे सपनो की ज़िन्दगी बनकर। क्या करूँगी मैं फूल बन आख़िर,मुझको रहने दो इक कली बनकर। मेरे ज़ज़्बात को ज़रा समझो,मुझको समझो मेरे कभी बनकर । … Read More
किस तरह केरिवाज बनेएक पल मेंअर्धांगिनी बनअपनों का साथक्यों करछूट जायेगाइस पीड़ा कीपराकाष्ठा काअनुमान हैक्यों लड़कों कोविदा नहीं कियाकिसी नेकुदरत ने नवाजानर नारी कोफिर क्यों जननीको पराया कियायह रीत बदल … Read More
लेम्पपोस्ट की पीली रोशनी सड़क के चारों ओर फैली और उसमें छन कर आती किसी पुराने खींची हुई फोटो हो जाने पर जो कलर पीला हो जाता है उस तरह … Read More
कभी आईने की सुना करोकभी खुद भी खुद से मिला करो । हैं सफर में ऐसे मुकाम भीमिले जब भी वक्त भला करो । जो बिछाये पलकों को राह मेंकभी … Read More