ग़ज़ल

बहर 2122,2122,212 आज उनसे यक-ब-यक मिलना हुआ,ख्वाब बरसों का जो था सच्चा हुआ। जो भी किस्मत को यहाँ पर मानते,रास्ता उनको मिले जलता हुआ। आज बदबूदार उस बस्ती में भी,एक … Read More

बहर
2122,1212,22

तेरे ख्वाबों में. डूब जायें हम,एक दुनिया नई बसायें हम। ज़ुल्म दुनियां के क्यों उठायें हम,आओ आवाज़ अब उठाएँ हम। ख़ुश्क फूलों से झांकती यादें,ख़ुद को इसमें जरा डूबाएँ हम। … Read More

ग़ज़ल

दिल का ज़ख्म हरा है अब तो,मेरा प्रिय सखा है अब तो। प्यार का किस्सा छुपा के रक्खा,सब पे ज़ाहिर हुआ है अब तो। हर इन्साँ में रब को देखिये,रूह … Read More

ग़ज़ल

बहर2122,2122,212 जो मिला उस ईश के आभार से,डरके रहिये उस बड़ी सरकार से। दूर रहकर प्यार में आँसू मिलेचाहतों के इस भरे बाज़ार से । हमको रुसवा जग करे जब … Read More

ग़ज़ल

बहर221,2121,1221,212 चलते थे कभी मिल के गई बात क्या करें,बदले हैं आज तो मगर हालात, क्या करें। ज़ज़्बात ने किया अजब उत्पात क्या करें,देने लगे हैं दोस्त भी आघात क्या … Read More

ग़ज़ल

बहर221,1222,221,1222 रोशन जहान जगमग चमकाए हुए रखना,होठों पे तबस्सुम महकाए हुए रखना। खुशियाँ बटोर लो तुम मिल जाएँ गर कहीं भी,दामन में सितारों को लटकाए हुए रखना। ऊँचे रखो हमेशा … Read More

ग़ज़ल

बहर212,212,212,212 फिर खयालों में उनको बुलाने लगे,याद में उनके आँसू बहाने लगे। रात का ख्वाब फिर याद आया हमें,बंद होठों से भी मुस्कुराने लगे। रस्में-उल्फ़त निभाते रहे हम यहाँ,छोड़कर बीच … Read More

ग़ज़ल

बहर2122 2122 212 ज़िन्दगी यूं भी निभाना चाहिए,बात कुछ करके दिखाना चाहिए। प्यार का परचम मेरे यारो सुनो,आसमानो पर लगाना चाहिए। जब मुसीबत कोई आ जाये यहॉं,दोस्तों को आज़माना चाहिए। … Read More

ग़ज़ल

बहर221,1221,1221,122 बाज़ार तिरे शहर के बदनाम बहुत हैं,छोटी सी खुशी के भी यहाँ दाम बहुत हैं। आँखों में अभी प्यार के पैग़ाम बहुत हैं,हर शख्स के सर पर यहाँ इल्ज़ाम … Read More