फकीरी

ख्याल ने ख्यालों कोउलझा रखा हैन चाहते हुए भीहर वक्त मासूम सीजो चुहल करते रहते होकितना समझ पाओगेदिल की हद तो यह हैएक दिन खुद बखुदजान जाओगेजो बंधन उपरसे बंधकर … Read More

झरना हो

चुभती हो जबजमाने की नजरचुपके से खुद मेंसिमट जानाजैसे कोई सपना हो।तेरा मेराएकांत में अक्सरलिपट जानाआरजू का दीपकजलता रहेजैसे कोई पतंगा हो।लो को साधकरतेरा मीट जानाप्यार के आलम मेंमदहोश मुझ … Read More

ग़ज़ल

बहर2122,1212,22 तेरी दुनिया में ये क्या-क्या देखा,या ख़ुदा यार बेवफ़ा देखा। वक्त की ठोकरें लगीं ऐसी,माँ की थपकी में हौसला देखा। जिनके हाथों छले गए थे हम,झूठ हर रोज़ इक … Read More

प्रिय पाठकों

1947 में इसी दिन भारत ब्रिटिश शासन से आज़ाद हुआ और एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र बना। 15 अगस्त भारत की आजादी के लिए हमारे पूर्वजों द्वारा दिए गए बलिदान … Read More

ग़ज़ल

सब्र का मीठा फल निकलेगा,हर मुश्किल का हल निकलेगा। सोना जिसको हम समझे थे,किसे पता पीतल निकलेगा। धोखा जिसकी फितरत में है,उसके दिल में छल निकलेगा। रहबर रब से बढ़ा … Read More

काली कोसी

आओ बच्चों सुनाए कहानीउत्तराखंड में थी महारानीनाम था जिसका तुली रौतेलीजिसकी गाथा रची जुबानी। नीचे बहती काली कोसीउपर रहती मेरी मौसीछत से जाती सड़क मेरेगाडियाँ दौड़ती कैसी कैसी। पत्थरों की … Read More

सुनहरी मछली

सुनहरी मछली गाती गीतउत्तराखंड की बताती रीततलाब जल भर-भर गमकेअलबेली जल मछली प्रीत। लोककथाएँ यहाँ अलबेलीतरह-तरह अनगिनत पहेलीदेवी देवता यहाँ है विराजेचढे़ तिलक चंदन और रोली। नभ और पर्वत के … Read More

ग़ज़ल

जब मोहब्बत में वफ़ा होती है,इसमें रब की ही रज़ा होती है। देखना है कि हुआ क्या आखिर,मुँह चिड़ाना क्या अदा होती है। राह में कितने ही तूफाँ आयें,नाव साहिल … Read More

तितली आई

रंग बिरंगी तितली आईसबके मन को भाईरंग बिरंगी फूलों परधूम मचाने आई । दूर देश से उड़कर आईपराग पान करने भाईकत्थक की सुंदरी थिरकेकुछ ऐसे ही इठलाई। रानीखेत रानी को … Read More

तनातनी

एक दिन लोमड़ी कोसैर करने की सूझीकालू बंदर ने देखादौड़कर पहुँचा पासकहने लगा लोमड़ी मौसीचली कहाँ तुम सजकर? पर मौसी बहुत सयानी थीसच बात नहीं बतानी थीऐसे मौसी लौमड़ी कोबंदर … Read More