वर्षा आई

वर्षा आई बर्षा आईमन को हर्षाने वालीमीठी धुन सुनने वालीगर्मी की सौगात गईवर्षा आई बर्षा आई । कोयल की आवाज गईझींगुर की आवाज बढ़ीछप्पर से टप-टप सुनाईवर्षा आई बर्षा आई … Read More

हर्बल गार्डन

मस्ती के आलम की दुनियाखिलखिलाहटों की दुनियासबसे बड़े हर्बल गार्डन मेंदुर्लभ प्रजातियों की दुनिया। अल्हड़ हिरणी सी दुनियाख्वाबों ख्यालों की दुनियामहकता हो महागेंदा जहाँमीठे च्यवनप्राश की दुनिया। पढ़ने बढ़ने की … Read More

ग़ज़ल

2122 12 12 22 पास आओं कभी ख़ुशी बनकर,मेरे सपनों की ज़िंदगी बनकर। क्या करूँगी मैं फूल बन आख़िर,मुझको रहने दो इक काली बनकर। मेरे जज़्बात को जरा समझो,मुझको समझो … Read More

महान

पर्वत श्वेतांबर ओढ़े अंगनाधारा हरी भरी हो झरनाकल-कल करती गोरी गंगाउत्तरकाशी बहती यमुना। कण-कण जय जय कार हैकसार देवी महिमा अपार हैगोल्जू की मन्नत महान बैजनाथ में अपनी बाहर है। … Read More

ग़ज़ल

2122 12 12 22 / 112 बात बिगड़ी हुई बने तो कभी,राहे-मंज़िल यहाँ मिले तो कभी। ग़मजदा हूँ मुझे सुकूँ दे दो,यार दिल की कली खिले तो कभी। इन अंधेरों … Read More

हे साधु

पहाड़ों और घाटियों के माध्यम से,कोई रोक नहीं सकतायात्रा शांति और प्रेम से सराबोर हैंहृदय आनंद से भरा है,किसी धक्का-मुक्की की जरूरत नहीं हैउसके पास कोई संपत्ति नहींकेवल विश्वास और … Read More

प्रयास

हर तरफ आफरा तफरीएक बंदा तो ऐसा मिलेकह गई रात कीसुरमई हवा जालिमभटका रहबर खुदकब आयेगापढ़कर लिखकरआदमी बन गयाठोकर मारता कमजोर कोबलवान बनकरमुँह में राम बगल में छुरीरखे हैं आज … Read More