Y jindagi ऐ जिन्दगी

आँख मिचोलीकभी आँसू तोकभी उदासी पलीइक पल रौनकदूसरे पलबदली कालीआई ऐसी घड़ीइम्तहान लेनेपीछे पड़ीपिघल रहाधैर्य का हिमशिखरनीति क्यों हो रहीस्वच्छंदकिसी के बांधेनहीं बँध रहाजीवन तंत्रसाथ देने कोहट जातेसारे विकल्पयूं ही … Read More

Sach सच

“सरोज इतनी सनकी है कि अक्सर सोचती हूंँ कि किस बुरी घड़ी में उस से परिचय कर बैठी,”… विनिता बोली “उस समय शायद तुम्हें उचित लगा हो,”.. गीता बोली। “हां, … Read More

Gajal ग़ज़ल

छोड़ दो हमको फिर गुनगुनाते हुएबस यूँही चार रस्में निभाते हुए। कर रहे हो अदावत भला किसलिएफिर रहे हो जो नज़रे चुराते हुए । गर्म बाज़ार है क्या ख़रीदोगे तुमतुम … Read More

Ankahe jajbat अनकहे जज्बात

आज जब दुकान पर सामान लेने पहुँची तो वह वहाँ पहले से ही मौजूद हैं, उसने उचटती नजर से उसे देखा, फिर अपना सामान निकलवाने के लिए दुकानदार को बताने … Read More

Y sakhi ऐ सखी

अपना अक्सतुझमें, मुझसाही दिखतातुम भी शीतलमैं भी शांतउफनी हो तोबिफरी हूँ मैंचलती, बहतीरमती तुम सीडूबती,उबरतीरुकती, सूखतीचटकती, दरकतीसम्हलती, सवरतीझुकती, उठतीठिठकती,गुजरतीगिरती, सम्हलतीनदी, नाले ,सागरपहाड़ों में रमतीजोगीन, तपस्याचन्दन, तीलक सीमाथे पर सजतीबहती हूँ … Read More

Hausholo ki udan हौसलों की उड़ान

उसकी उड़ानें बहुत ऊँची हैं, बहुत कुछ करना, बनना चाहती है, जीवन में वह उसके कैरियर में सबसे बड़ा रोड़ा बन रहे थे उसके माता-पिता, उसकी खूबसूरती ने उसे कॉलेज … Read More

Gajal ग़ज़ल

दिखाएगी अब रंग क्या जिंदगी,कोई पल तो राहत दिला जिंदगी। कोई मुझसे क्यों है ख़फा ये बता,मनाने के गुर भी सिखा जिंदगी। जड़ें मजहबों की हैं गहरी बहुत,समझने को है … Read More

Resham dor रेशम डोर

तुम सेजीवनगुलशनसौगात में मिलीमुस्कान जोगंगाजल समझग्रहण कियाजहाँ पड़ेचरण तुम्हारे मेरा नंदनवनवही हुआबांसुरी के बोलमधुरम हो उठेतार उलझेजीवन केखुलने लगेमुग्ध तन मनछवि परझरने लगेप्रिय के द्वारबंजारे बसने लगे…।