Manan मनन
सोहन को पुनर्विचार के लिए कह कर अंजलि आगे बढ़ गई, सोहन बुत बना खड़ा रह गया। स्पष्ट था कि अंजलि की बात सोहन को चुभ गई है और वह … Read More
धुन मुरलिया की सब को सुनाते हुए,दिल मेरा ले गया मुस्कुराते हुए। एक हम ही नहीं कान्हा तेरे मगर,इक नज़र हम पे डालो भी जाते हुए। चार सू छा गईं … Read More
मंजिल काशिखर बिन्दूप्यार कादंभ तुमशायद चाहत मेंमिठास ज्यादाहो गईचुटकी भरझूठ की चासनीडालकररिश्ते कोकसैला बना दियाऔर उसकसैलेपन सेआज तकउबर नहीं पायेक्यों कर गए ऐसाफुर्सत मैं बैठकरकभी सोचनाअब क्याकभी किसी सेइस तरह … Read More
“मेरी प्रणेता दी, जीवन साथी चुन लिया है जानती हूँ कि यह जानकर चाहे कितना भी क्यों न आप मुझे सहेली मानो, दिल से समानता की दुहाई दो किंतु एक … Read More
चंचलता को बांधायोवन डोर नेआ लगी जब द्वार परउड़ गए अल्हडपनके काफिलेचारू चितवनशरारत करने लगीस्वप्न स्नेहिल हुएशरणार्थी बन बस गएमुखरित मधुरवार्तालाप के ढेरोंवाचनालय खुलने लगेचिट्टियाँ मधुमास हुईकागजों के फूलखुशबू देने … Read More
हमारे सामने कोई बड़ा मसला नहीं होता,तुम्हारा नाम होता है मगर तुमसा नहीं होताा। भले कितने भी तूफां आते जाते ही रहें अक्सर,जुड़ा दिल से हो रिश्ता प्यार का कच्चा … Read More
नयनों से झरने लगेप्रीत के अनुबंधकोयल सी बोली हुईमीठी सी गुलकंदखूशबू फिजा में छा रहीहो गई मलन्दअधर चंपई खिल रहेगा रहे नित छंदकलियाँ चितवन खिलींनेह बरसे मकरंदसपनों में आते प्रियेतोड़ … Read More
बहुत सा समय यूँ ही नौकरी करते गुजर गया, मां के मन में कुछ समय के ठहराव के बाद पुनः यह बात जन्म लेने लगी कि क्यों न अभिषेक कराया … Read More
अगर दर्पण में कल वह चाँद सा चेहरा नहीं होता,कसम से इस कदर हमने उसे चाहा नहीं होता । हमारा तुमसे भी कोई कभी रिश्ता नहीं होता,तो दिल ने इस … Read More
पुत्तनुर रेलवे स्टेशन पर लगभग अठारह उन्नीस वर्ष का युवक फटे पुराने कपड़ों में घूम रहा था, एक हाथ में स्टील का कटोरा और एक हाथ में झाड़ू के कुछ … Read More