ग़ज़ल

तुम को हर हाल में अपना ही बनाया हमने,हौसला अपना ही दुनियां को दिखाया हमने । राज जब हमने समर्पण की चुनी है तो कहो,प्यार में तेरे कहाँ सर न … Read More

ग़ज़ल

वक़्त हाथों से मेरे जाता रहा,कुछ पुरानी याद से नाता रहा। आज़माने को बहुत कुछ था मगर,जो जुनू का दौर था जाता रहा। बेवफ़ा एक बार तो तू सोचता,क्या सताता … Read More

ग़ज़ल

जख्म ताजा कहीं लगा होगा,दर्द का एक सिलसिला होगा। देख अठखेलियों से शब्दों की,मन का हर द्वार खुल गया होगा। हो के कल ख्वाब की नगरिया से,नभ सितारों से भर … Read More

ग़ज़ल

वफा की राह पर पागल चले हैं,सफ़र में बनके हम बादल चले हैं। हवा भी गाँव की बदली हुई है,कि हो जंगल भी अब घायल चले हैं। मोहब्बत में उगी … Read More

ग़ज़ल

मोहब्बत का रोशन सितारा हुआ,मिलन जो हमारा- तुम्हारा हुआ। हमी ख्वाब में बात करते रहे,न उनकी तरफ से इशारा हुआ। सुबह -शाम चौखट तेरी थाम कर,कि रोया मेरा दिल यह … Read More

घर

एक ऐसी जगह जोकभी दूर नहीं होतीक्योंकि हम गर्भ से पहले चुनते हैंजो हमेशा हमारा रहता है,आराम और देखभाल से भरपूरहम सपने बुनते हैं,आनंद और उल्लास के पलजहाँ हँसी साँझा … Read More

ग़ज़ल

क्यों मेरे साथ चल नहीं देती,रास्ता क्यों सरल नहीं देती। दर्द पैबंद की तरह है यहाँ,यह खुशी भी तो कल नहीं देती। आ गए थे तुम्हें मनाने को,क्यूँ मेरे साथ … Read More

ग़ज़ल

2122 2122 22 हम हैं रूठे तो मना लो हमको,हैं बुरे भी तो निभा लो हमको। आरज़ू कह रही है ये दिल की,आज वादों से न टालो हमको। रूठने से … Read More