Dekho देखो

स्वर्ण युग केकुछ अंशलोह योग औरवर्तमान युगमें से कुछबचकर आ गए हैंतभी तोकुछ कुछ अंशहमें देखने कोमिलते हैंउनको देखकर हमउस युग कीकल्पना करते हैंजिसको हमनेदेखा ही नहींकितना सुंदर, सुखदभावपूर्ण रहा … Read More

Sach सच

“सरोज इतनी सनकी है कि अक्सर सोचती हूंँ कि किस बुरी घड़ी में उस से परिचय कर बैठी,”… विनिता बोली “उस समय शायद तुम्हें उचित लगा हो,”.. गीता बोली। “हां, … Read More

Gajal ग़ज़ल

करो नादानियाँ मत़, मुझ को पहचानों समय हूँ मैं,सम्भल जाओ मुझे जानो मुझे परखो समय हूँ मैं। मुझे बरबाद मत करना न थक कर बैठ जाना तुम,बना कर लक्ष्य उट्ठो, … Read More

Nanhe pharishte नन्हें फ़रिश्ते

दो दिन पहले ही वह अस्पताल में भर्ती हुई है, चार दिनों से बुखार आ रहा है, दिन में एक-दो घंटे बुखार रहता, फिर उतर जाता। लेकिन कटोरी को कमजोरी … Read More

Dhokha धोखा

दुनिया में सबसच्चे होसब अच्छे होसारी सृष्टिनिर्मल होकुदरत ने समझावह समय आयाइतनी शुद्धता मेंसांस ले रहे हैंकैसी विडंबना है नकभी सोचा नहींसड़कें सूनी,बस्तियाँ वीरानबिखरे परिवारघरों की ओर लौटेगेजो दौड़ काएक … Read More

Gajal ग़ज़ल

नदी को समंदर में जाना पड़ेगा,कि जिस्मों को रूह से मिलाना पड़ेगा । रहम करने वाले यकीनन बड़े हैं,उन्हें अपना रहबर बनाना पड़ेगा । बुरा हाल होगा मुहब्बत में दिल … Read More

Kya hi gai क्या हो गई

एक वक्तजब मैं टूटी थीतब मुझे अपनेचारों ओरअंधेरा नजरआतामुझ में हीमेरी दुनियामुझसे बाहरसब खत्मलेकिन समय नेमुझ पर इतनेकोड़े बरसाएकि मैं मजबूतचट्टान बनपुनः उभरकर आ गईऔर अब दुनिया केसामने दो-दो हाथकरने … Read More

Gajal ग़ज़ल

बहुत सपने ही देखे भीगी शाम से पहले,हमेशा रास्ता देखा तेरा अंजाम से पहले। किताबों में है सूखे प्यार के तोहफे कई रखे,उन्हें सहला ही लेते हैं तुम्हारे नाम से … Read More