ऐ ज़िन्दगी
..आज सूर्य जरूर तप रहा है लेकिन वह अपनी गर्मी से अपने दर्द और अपना गुस्सा निकाल रहा है, समझ आ रहा है कि वह अपनी ऊर्जा से हमें भी … Read More
..आज सूर्य जरूर तप रहा है लेकिन वह अपनी गर्मी से अपने दर्द और अपना गुस्सा निकाल रहा है, समझ आ रहा है कि वह अपनी ऊर्जा से हमें भी … Read More
ऐ ज़िन्दगी…. …आज सूरज की लाली मेरे कानों में चुपके से यह कह गई है कि तुम्हारी सखी सो रही है तुम कहो तो मैं उठा आऊँ, ….अपनी रेश्मी किरनों … Read More
…यह किस तरह की हो गई हूँ मैं, खुद के संभाले नहीं संभल रही हूँ, यह दिल बार-बार अचानक से क्यों तेज-तेज धड़कने लगता है, कभी बेचैन होती हूँ, तो … Read More