ऐ दिल सम्हल जा जरा
(भाग 2) शाम सात बजे रघुवीर लौट आया, चाय पीते हुए साक्षात्कार की बातें आदर्शिनी ने बताई। आज रघुवीर सोचकर आया था कि आदर्शिनी आज की रात तो सोयेगी, वह … Read More
(भाग 2) शाम सात बजे रघुवीर लौट आया, चाय पीते हुए साक्षात्कार की बातें आदर्शिनी ने बताई। आज रघुवीर सोचकर आया था कि आदर्शिनी आज की रात तो सोयेगी, वह … Read More
जैसे ही रघुवीर का फोन आया, आदर्शिनी ने जल्दी-जल्दी अपने कपड़े बैग में ठूंसे और कायनेटिक उठाकर आटो रिक्शा लेने चल दी। आटो के साथ ही वापस आ गई, बैग … Read More
आप के रहमों-करम से डर गया है आदमी,घर से निकला था अभी किस दर गया है आदमी। शांत था तालाब यह आदत तो उस की थी जनाब,फेंक कर कंकर ये … Read More
(अंतिम भाग 5) इस ओर की पथरीली चट्टानों के बीच एक शत्रु रामू जावर नाम का कत्यूरा विशाल पत्थरों से निर्मित गुफा में बीरोखाल की लड़ाई में घायल अवस्था में … Read More
(भाग 4) अब क्या था उनके पास उसके पिता, भाई, भावी पति, ससुर, मामा तथा वीर सरदार सब शहीद हो चुके थे। अब उसके पास खोने को कुछ भी शेष … Read More
(भाग 3) कुछ दिन के विश्राम के बाद अमटागढी पर धावा बोला, अमटागढी मैं सैन्यबल पूरी तैयारी में थे, घमासान युद्ध के बाद यहाँ भी तीलू को विजय प्राप्त हुई। … Read More
(भाग2) गढ़वाल में सिपाही नेगी जाति सूर्यवंशी राजपूत है जो हिमाचल प्रदेश से आकर गढ़वाल में बसे हैं इन्हीं दिनों गढ़वाल में कत्यूरों के लगातार हमले हो रहे थे और … Read More
(भाग 1) अपने शासन के चरमोत्कर्ष के दौरान कत्यूरी राजवंश का प्रभाव न केवल कुमायूँ गढ़वाल तक ही सीमित था वरन सतलुज की उपरली पहाड़ियों से लेकर गंडकी नदी की … Read More
फितरत कब पहचाने हैं,हम अब तक अनजाने हैं। उम्र फिसलती जाती है,सब किस्से बिसराने हैं। निभा चलो सच्चे दिल से,मिले शमा परवाने हैं । राधा से मिलने आए,दूर बहुत बरसाने … Read More
राष्ट्र, समाज और परिवार की मज़बूत कड़ी महिला है यह सब जानते हुए भी अगर महिलाओं को घरेलू हिंसा, बाहरी आचरण, और महिलाओं को बहुत छोटा आंकने का जो पुरुष … Read More