Gajal ग़ज़ल
ग़ज़ल रहमतों का दौर है इक जिंदगी के सामने,और कुछ भी है कहीं क्या बंदगी के सामने । फूल खिलता हो तो फैलेगी महक ही चार सू,किस की है औकात … Read More
ग़ज़ल रहमतों का दौर है इक जिंदगी के सामने,और कुछ भी है कहीं क्या बंदगी के सामने । फूल खिलता हो तो फैलेगी महक ही चार सू,किस की है औकात … Read More
साहस की प्रतिमूर्ति रानी दूर्गावती जिस दिन रानी दुर्गावती का जन्म हुआ था उस दिन दुर्गाष्टमी थी (5 अक्टूबर 1524)। इसी कारण उनका नाम दुर्गावती रखा गया। उनका जन्म बांदा … Read More
नहीं करनी रिहर्सल गरिबी के रूप अनेकएक ने पहनीदूसरे ने ओढीअपनी सी लगतीदरिद्रों की टोलीहर कदम परबदले हैं हालात उनकेदया याचना काबिछा जालसबको करते बेहालसोच-सोच करपसीना चूने लगासांस धोकनी हुईकर … Read More
Freedom’s SEZ स्वतन्त्रता की सेज रविवार की एक दोपहर मां ने बालों में तेल की मालिश के लिए अपने पास बुलाया। कृति इस समय सोलह वर्ष की हो चुकी है। … Read More
ग़ज़ल इक बार फिर से मीत बुलाने का शुक्रिया ,बाहों में ले के प्यार जताने का शुक्रिया । भगवान तुझसे और भला क्या मैं अब कहूँ,मेरा बसा जहान बचाने का … Read More
सांस ने छेड़ी सरगम प्राणों पर यहकैसी छाई बदलीक्यों कर आई ऐसी घड़ीसास भी साथ देने से मुकरीखेल रही आँख मिचोलीकभी आँसू तोकभी निराशा पलीएक पल रौनकदूसरे पल दुख कीछाई … Read More
कात्यानी कॉलेज में अपनी पढ़ाई में तल्लीन थी उसी समय उसके घर वाले उसके लिए अच्छा घर वर देखने में मशगूल। माता-पिता तो चाहते ही हैं कि अच्छा खाता पीता … Read More
ग़ज़ल आईना एक ख़ुद को दिखा तो चले,सात जन्मों का रिश्ता निभा तो चले। सोचने क्या लगे हाथ थामो मेरा,क्यों ख़फा हो ख़ता कुछ पता तो चले। हम ने बुन … Read More
एक मैं अनेक व्यक्तित्व बहुत वर्षों से साहित्य जगत की बेहतरीन लेखिका को पढ़ रही हूँ एक दिन अपने ही शहर के साहित्यिक समारोह में शामिल हुई, वही उनसे मुलाकात … Read More
कोशिश करो तो सही बहुत ही बेहरमी सेछली जा रही हूँअब देख कर दिल मेराफटने लगामैं तो ममता कीसूरत थी कभीमुझ में हैवानियतक्यों कर घर कर गईकभी गंगा, यमुना,नर्मदा, गोदावरीअब … Read More