Roly रोली
गेट से जैसे ही अंदर आते हैं, बाएं तरफ फव्वारा लगा है, रोशनी में वह इंद्रधनुष का रंग बिखेर रहा है, उसी से लगा एक हॉल जिसमें व्यवस्थित मेज कुर्सियाँ … Read More
“वसुंधरा, आगे बढ़ो आखिर कब तक कोई तुम्हारी प्रतीक्षा करेगा, माना डर है कि तुम्हारे बच्चों को वह अपनाएगा या नहीं, लेकिन हिम्मत तो करनी पड़ेगी ना”…सारिका ने जोर देते … Read More
कसमों को अब निभा दें चलो हम मिला के हाथ,मेहनत से गुल खिला दें चलो मिला के हाथ। जब कश्तियाँ लहर की तरफ से निकल गईं ,नाविक को भी सँभालें … Read More
मेरे घर वाले मुझे छोड़ने आए और इन्हीं शंका-कुशंका के घेरे में घिरे ढेरों हिदायतें, बड़े तो बड़े छोटे भी देते चले जा रहे हैं। ट्रेन में सफर करने से … Read More
वह खेतों की मिट्टी सोंधी, हरियाली मनभावन,देख-देख जिसको मस्ती में झूम उठे यह मन।यहाँ शहर की धुंध-घुटन वह शीतलता यहाँ कहाँ…१अमराई में विकल गूँजती, कोयलिया मतवाली,ची-ची चिड़ियाँ जहाँ, फुदकती फिरती … Read More
रेवती अपनी एक सहेली के साथ नया घर देखने आई,अपने भाई का। बड़ी उत्सुकता थी उसे यह जानने की कि ऐसी कौन सी महिला है वहाँ, जो अपने खुद के … Read More
ये सारा ज़माना हमारा हुआतुम्हें रूठना बस गवारा हुआ । हमी ख़्वाब में बात करते रहे,न तेरी तरफ से ही इशारा हुआ सहर-शाम चौखट तेरी थाम कर,कि रोया मेरा दिल … Read More
जब भी मधु आती है बस एक ही सवाल…”कहाँ तक पहुँची अपने मिशन में” निलम मुस्कुरा भर देती है। उसके पूछने का अंदाज व्यंग्य का पुट लिए रहता, बहुत बुरा … Read More
हम निदियाँ तुम सपन हमारेआते रहना मन के द्वारे जब भी आते छल-छल जातेमेरे मन को क्यों बहकातेतपन प्रीत की और बढ़ातेफिर भी लगते हो तुम प्यारे आते रहना मन … Read More