Gajal ग़ज़ल

हमारे साथ सरमाया हमारा,लगे, जैसे हो माँ जाया हमारा। टिकी हैं उस पे ही नजरें हमारी,कहाँ ये मन भी भरमाया हमाराा। समझ रखो बहुत बदला है मौसम,पे गुजरा वक्त फिर … Read More

Tark phark तर्क फर्क

तर्क फर्क उसे यहां देखकर आश्चर्य हुआ, क्या भगवा वस्त्रों में यह वही है, जिसे जेल में से छूटते वक्त उसने कहा था,..” अच्छे आदमी बनो रघु,”.. पर यह रघु … Read More