ग़ज़ल Gajal
पास दिल के आँख से दूरी रहेगी,ख़त से मिलने की खुशी मिलती रहेगी। तुझ पे कर कुर्बान दूँ सारा जहांँ मैं,इस कलम में शायरी तेरी रहेगी। रब ना रूठे ये … Read More
पास दिल के आँख से दूरी रहेगी,ख़त से मिलने की खुशी मिलती रहेगी। तुझ पे कर कुर्बान दूँ सारा जहांँ मैं,इस कलम में शायरी तेरी रहेगी। रब ना रूठे ये … Read More
ओम ने अपनी कार्यस्थली, राजस्थान के इस छोटे से गाँव तिलोनिया के पास अपना कार्यालय, घर व प्रयोगशाला बनाई है, जो पूरे क्षेत्र में हरा भरा एक टापू सा लगता … Read More
ज़बा से भले कुछ सुनाता नहीं,मगर आईना कुछ छुपाता नहीं। मैं कतरे करूँ क्या हिफाजत तेरी,समन्दर भी तो पास आता नहीं । है धन भी बहुत और बहुत मान भी,मगर … Read More
पागल पवन इबादत से पायाबहुत सम्हाल रखातेरे प्यार केमासूम लम्हों परचुन चुन करपल पल टांक दियेक्या साज सम्हालकी बेला थीतुम में मैं औरमुझ में तुम थेनदी की धारा सीबह रही … Read More
क्यों रखे थे फूल कुछ मैंने किताबों में कभी,वो नहीं आते हैं मिलने लौट ख्वाबों में कभी। किस तरह की हे प्रभू रचता है खूब विडम्बना,चढ़ गया इंसाफ सूली ही … Read More
बहुत समय से सोच रही थी कि वह अपनी बात आखिर कहे किससे, किसके सामने अपना मन हल्का करें, हर शख्स यहाॅं तैयार बैठा है कि कब किस की कमजोरी … Read More
आराधना श्रृंगार किये बैठीमन की योवनाप्रेम में पगीडूबती उतरतीमस्त पवन मेंझूम जायेभूली अपने कोरमी तन मन सेदीप जल उठेमन से मन केमिलन केसंगीत नये रच रहेनील गगन मेंस्वर मिल बह … Read More
पहले जी भर निहारने दे मुझे,अपने गेसू सँवारने दे मुझेे। तुम आओ तो मिल के साथ चलें,अपनी राहेंं बुहारने दे मुझे । रात रोशन हुई सितारों से,चांद को भी पुकारने … Read More
बहुत दिनों से सोच रही थी कि घर के पर्दे और सोफे के कवर बदल दूं, दो-तीन बार बाजार भी गई ,लेकिन वापस आ गई, सोचा पहले टेलर तो मिले, … Read More