मुझे मत छुओ do not touch me
किसी न किसी के घर में लाजवंती का पौधा देखने को मिल ही जायेगा, यह वह पौधा है जिसे जरा सा छू देने पर पत्तियाॅ फौरन बन्द होने लगती है, या तेज फूंक मार देने से भी पत्तियां बंद हो जाती है। इस पौधे से अक्सर बच्चे, बड़े भी छेड़-छाड़ करते नहीं चूकते और पौधे की शर्माने की अदा से आनन्द उठाते है।
इस पौधे के रख-रखाव का विशेष ध्यान दिया जाता है, इसे ज्यादा धूप पसंद नहीं, और इसकी पत्तियाॅ इतनी आकर्षक होती है कि मन बार-बार छूने को करता है, इन पत्तियों पर उभरे सफेद पाउडर से ऐसा प्रतित होता है कि नवयोवन ने सम्पूर्ण शरीर पर श्रृगांर किया है, उस पर लजाने की अदा तो लाजबाब होगी ही। वैसे तो इसे लाजवंती का पौधा कहते हैं, ओर कहीं कहीं छुई मुई का पौधा कहा जाता है।वैसे तो इस का वैज्ञानिक नाम मीमोसा पूडीका (Mimosa pudica) है। इस तरह के पौधे को ‘‘वीनस फूलाय टैप’’ जैसे पौधों की श्रेणी में रखा जाता है।
हर पौधा नाटकीय रूप से स्पर्श से प्रतिकृत होता है। ऐसे कई पौधे विकसित होते है जहाँ पौधों को हाथ लगाने से पौधे चमकने लगते है। वैज्ञानिकों ने खोज निकाला है कि फायरफूलाय ग्लो जीन को स्पर्श से जोड़ देने पर जब पौधों को छुआ जाता है तो वह जगमगाते है। ऐसे पौधों में जिनमें कम प्रकाश निकलता है तथा जो ,कम वाट का ,कम वाट का अरबवां हिस्सा होता है, इसलिेए उसे अल्ट्रा सेंसेटिक कैमरे के नीचे अंधेरे में रखना पड़ता है ताकि प्रकाश देखा जा सके।
पौधों को छूने के बाद इनकी जीन को प्रकाशित होने में लगभग बीस सेकेंड का समय लगता है, तत्पश्चात कैमिकल नर्वस सिस्टम इस सूचना को पौधेे के अन्य हिस्सों में पहुँचता है, जिससे वहा की जीन का ‘स्विच आन’ हो जाता है, कुछ सेकेंड के बाद यह असर भी नहीं रहता। यह सेंसटिव प्लान्ट कहलाते है।
शादी-विवाह हो या होटल, ढाबा, रेस्टारेन्ट में आपको हर जगह पेड़-पौधे पर छोटे बल्वों की झालर रंग-बिरंगी प्रकाश लिये लटकती दिखेंगी, इससे वहा का दृश्य कितना निखर आता है यह हम सभी जानते है लेकिन क्या कभी यह जानने कि कोशिश की है कि इन पौधों को इसकी गर्मी व प्रकाश को झेलने में कितना कष्ट सहना होता होगा। यदि यह आदमी पर यह झालर लगा दे तो वह कितनी देर उस गर्मी को बर्दाश्त कर सकता है, जबकि वैज्ञानिक का मानना है कि पेड़-पौधेों में स्पर्श प्रतिक्रिया काफी तेज होती है, मनुष्य से ज्यादा संवेदनशील होता है।
अब तो नये किस्म के पौधे आ रहे है जोे बिजली समस्या को भी समाप्त करेंगे, होटलों में यह पौधे गहरी काली रातों को प्रकाश से जगमगा देगे, तब सोचों क्या होगा, जंगलों में रात चांदनी सी होगी, रात का सफर दिन के सफर सा लगेगा, पुरी पृथ्वी पर पेड़ों के प्रकाशित होते ही अदभूत संसार की कल्पना साकार होती नज़र आयेगी। अब आप घर-अंगन में इन पौधे से अपने संसार को चमकाये,आपकी जीवनशैली बदल जायेगी ,जब भी आप इस पौधे को देखेंगे चेहरे पर मुस्कान आ जायेगी, आपके घर आने-जाने वालों के चेहरे पर मुस्कान खिली रहेगी। खुश रहने का कितना सुगम और सुखद रास्ता है यह छुई मुई का पौधा।
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