Asa rch De ऐसा रच दे

ऐसा रच दे हम कबप्रविष्टियों मेंजकड़ते चले गयेकलम ने तोभावनाओं कीरूह कोऔर एहसासों कोपंख दिये हैंअदभूत, अनदेखा,अनछुआ कुछरच सकेकुछ सुन, सुनाऔर कुछकह सके,फिर यह बीच मेंहिस्से कैसे हुएकिस तरह इस … Read More

Gajal ग़ज़ल

ग़ज़ल अरमानों से भरा है जीवन,उत्सव का घेरा है जीवन। फूलों भरी भले हों गलियाँ,काँटो से कब बचा है जीवन । सच्चाई बस इसकी इतनी,सांसो का नगमा है जीवन । … Read More

Bagavat बगावत

बगावत दिल धड़कने कीये कैसी आवाज हैकानों तक जोसुनाई पड़ने लगीहुआ आजऐसा न जाने क्योंजब से आँखेउनसे चार होने लगीबगावत मेंतार सरगम केसारे बजने लगेलाख छुपाने कीकोशिश मेंचेहरा लाज कीलाली से … Read More

Ladki Hun Main लड़की हूँ मैं

लड़की हूँ मैं हरे हरे बाग, नींबू, अमरूद, बेर, संतरे के सभी मौसम के अनुसार लगे रहते और गर्मियों की छुट्टियों में तो दादाजी की एक आमदार लकड़ी की कुर्सी, … Read More