Just take care जरा संभल के
“मैं, तुमसे शादी करना चाहता हूँ…… अमनदीप ने कॉलेज में जैसे ही स्नेहलता को देखा उसके सामने पहुँचकर फटाफट कह दिया। स्नेहलता अवाक रह गई, उसने सोचा भी नहीं था … Read More
“मैं, तुमसे शादी करना चाहता हूँ…… अमनदीप ने कॉलेज में जैसे ही स्नेहलता को देखा उसके सामने पहुँचकर फटाफट कह दिया। स्नेहलता अवाक रह गई, उसने सोचा भी नहीं था … Read More
ग़ज़ल सफर में है तो मेरे सामने से गुजरेगा,खड़ा जहाँ हूँ इसी रास्ते से गुजरेगा । जहान भर की ख़ुशी होगी तेरे क़दमों में,मुहब्बतों के तू जब सिलसिले से गुजरेगा … Read More
रुह से रुह तक “मैं, कल तुम्हारे शहर पहुँच रहा हूँ, पहुँचकर जगह बता दूँगा आ जाना, बाकी सब ठीक है न….दिवा ने मेसेज पढ़ा तो एक ठहरी हुई सी … Read More
निराली अलसाई धड़ी चहकीढलने लगी पहर पहरीछाई अँखियों में लालीउतरी सांझ बहकी बहकीपनघट पर चली गोरीपलकों में लाज भरीधीमे-धीमे ढूंढ रहीकहा है सजना सखीकल कल करता झरनाबात प्रीत की करनाप्यार … Read More
शत्रुओं की नाक कटवाने वाली अनोखी रानी। अपनी सूझबूझ और अपनी कार्यशैली से राजवंशों के शासनकाल में पहचाने जाने वाली रानी कर्णावती अपने युद्ध कौशल और शासन कौशल के लिए … Read More
प्यार विश्वास दे मुझे मौला,अपना आभास दे मुझे मौला। फिर बहारें चमन में लौट आएँ,ऐसा मधुमास दे मुझे मौला। अपने हर दुख से ख़ुद उबर जाऊँ,इतना विश्वास दे मुझे मौला … Read More
अन्तरमन का कलश किसी को किसी की सुध नहीं है, न ही वे एक दूसरे को सांत्वना दे पा रहे हैं, उस घर में इतनी उदासी है कि उसका मन … Read More
जारी रही कैसी रुसवाईतपन ये सनमजलता है जियातो सुलगती रहीरात भर पहलुबदलते हुएसिसकियाँ हीसुलगती रहीनयनों के खुले पट सेयादों के झरनेबहाती रहीटिम-टिमाते तारोंकी खरगोशियाँशीतल चांदनी भीदहकती रहीपवन भी बगावत परउतरा है … Read More
हम न रुके “आज मौसम क्यों बदल गया जरा सी ठंडक के बाद तो सुकून मिला है”… रवि ने गर्मी से थोड़ी राहत मिली को महसूस करते हुए कहा। “पता … Read More
ग़ज़ल वफ़ा की राह पर पागल चले हैं,सफ़र में बनके हम बादल चले हैं। हवा भी गाँव की बदली हुई है,कि हो जंगल भी अब घायल चले हैं। मोहब्बत में … Read More