कर्म प्रधान Karmic prime
हेड ऑफिस से इस खबर के साथ ही गाज गिरी। छटनी का आदेश आते ही हर कर्मचारी कि धड़कन बढ़ गई । अभी नौकरी बचाने की जुगत बैठाने लगे, पूरे … Read More
हेड ऑफिस से इस खबर के साथ ही गाज गिरी। छटनी का आदेश आते ही हर कर्मचारी कि धड़कन बढ़ गई । अभी नौकरी बचाने की जुगत बैठाने लगे, पूरे … Read More
यहाँ मुझे कुछ पता नहीं है ,लगे यहाँ कुछ मेरा नहीं है । अगर करो बात गैर-सी ही,मिलन में फिर कुछ मजा नहीं है। क्यों बाग से फूल चुन रहे … Read More
हर नादान क्याजाने कि जवानीसुनहरी निराली होगीसब कुछ ही तोपहली बार हो रहा हैउसपर निगौडा दिलबल्लियों उछल रहाऐसा क्या देखाजो दिल बगावत करहाथ से जाता रहासब कुछ रंग बिरंगापंख लगाकर … Read More
उस की नज़र से दिल को बचाया न जाएगा,कैसे बचेंगे दांव लगाया न जाएगा । जाना है जाओ भूल के ये प्यार तुम मगर,हमसे मगर ये प्यार भुलाया न जाएगा … Read More
आधी दुनिया का प्रतिनिधित्व करने वाले इस वर्ग के नाम हैं, महिला, स्त्री, औरत अथवा वुमैन । उसे समाज पहचानता है माँ, बहन, बेटी, सास, बहू, पत्नी के रूप में … Read More
प्यार अंधा है यह सुना होगा,फिर भी हर एक ने किया होगा । जिसने सजदे में सर झुकाया है,उसको फिर रब से कुछ मिला होगा । रह गईं कुछ तो … Read More
“अरे मैं अब बूढी हुईं हूँ क्या? सत्तर पार कर गई हूँ, आज तक तो सरकार का कोई मुलाजिम कुछ देने नहीं आया, अब क्यों आया, बुढ़ी में आज हुई … Read More
1925 के अन्त में गाँधीजी ने फिर से बहुमत प्राप्त कर लिया था। स्वराज पार्टी का जोर कम हो गया था। परिणामस्वरूप, इस साल की प्रमुख घटना थी, श्रीमती सरोजिनी … Read More
उस पे जचता शरारा नहीं,फिर भी दामन संवारा नहीं। दो ही पल की है जो आरजू ,मेरे दिल को गवारा नहीं। यह फिजा कह रही है सनम,मुझको तुमने पुकारा नहीं। … Read More
15 अगस्त 1947 को संसद के लिए गए डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद के ऐतिहासिक भाषण के इस अंश में पुर्नमिलन की आशा की झलक देखी जा सकती है। ‘‘हम जानते है … Read More