ग़ज़ल Gajal
ये सोए फिरते जगाने से फायदा क्या है,फिजूल वक्त गवाने से फायदा क्या है। खिला है प्यार का गुलशन ही तेरी आहट से,गुलों से घर को सजाने से फायदा क्या … Read More
ये सोए फिरते जगाने से फायदा क्या है,फिजूल वक्त गवाने से फायदा क्या है। खिला है प्यार का गुलशन ही तेरी आहट से,गुलों से घर को सजाने से फायदा क्या … Read More
इस छटा को कहाँरखू कहाँ बटोर लूँजेहन में सवार करयादों में टॉक लूँपर मैं दूर खड़ीइन्हें कैसे छू लूँसुहानी सी मदहोशीनैनों बीच कैद कर लूँआँखों की तृप्ती सेमन ही मन … Read More
बेख्याली केचलतेसरक गयेनादानियों केशहर दर शहरजाने कितनेअनमोल पलचुक ही तो हुईसुनहरे सपनों कोपरवान चढ़ाजीत लेने केवह सारे दावेजाने कहां लुप्त होतमाम हौसलोंके कतर कर पंखनिरउद्देश्य करभटक रहेमरूस्थलके बिहड़ों मेंसांय सांय … Read More
मेरे सांवरे की निशानी न पूछो,मेरी हसरतों की रवानी न पूछो। ये बाँधी हैं सीमाएँ इक दिन हमी ने,बंधी चाहतों की कहानी न पूछो। मैं आराधना सृष्टिकर्ता की करती,इबादत की … Read More
(भाग २) अमृता दीदी की पांच ननद हैं सभी कुंवारी, हंसी ठिठोली में नंबर वन, हर किसी को छेड़ना उनका इस शादी में तो मानो अधिकार है, अंदर के बड़े … Read More
(भाग 1) बहुत दिनों से सोच रही है कि समय मिलते ही रुचिका को फोन करेगी लेकिन घर गृहस्थी के काम में उलझी रह गई और बेटी की शादी सर … Read More
ना कोई फिक्र न ठिकाना है ,मुझको बस यूँ ही चलते जाना है । मैं भी बैठी हूँ इनकी छाया में,इन दरख़्तों से आबो-दाना है । राह देखे कोई, कोई … Read More
यह हुनर अपना हक अदाई है,बस यहीं हमने चोट खाई है। तुम मिले थे जहाँ कभी मुझको,क्यों वहीं पर मेरी खुदाई है। कोई ग़म था तो कह दिया होता,ग़म के … Read More
बेसबब दिन को यूँ ही रात न कर,ज़्यादती तू किसी के साथ न कर। है बहुत प्यार में कसम खाता,प्यार करता है तो ये घात न कर। जो गुनाहों में … Read More