हे जागेश्वर

अल्मोड़ा की वादियों मेंनैसर्गिक सुंदरता लिएजटा गंगा के तट परभगवान विष्णु ने विराजेपुराणों में हाटकेश्वरबारह ज्योतिर्लिंगोंमें से एक कहातेएक सो मंदिरोंके समुह में बसतेकुदरत के अनमोलखजाने की खूबसूरतीखूब लुटातेस्वर्ग कीअनुभूति … Read More

ग़ज़ल

रोशन जहान जगमग चमकाए हुए रखना,होठों के फूल हरदम महकाए हुए रखना। खुशियाँ बटोर लो तुम मिल जाएँ गर कहीं भी,दामन में सितारों को लटकाए हुए रखना। ऊँचे रखो हमेशा … Read More

हायकु

करनी होगीजरुरी भी तैयारीलंबा सफर। बेचैन शर्मपरेशान हृदयनिढ़ाल कर्म। चमचमाताहीरा से जड़ा हारगले से लगा। सोना प्यारामुसिबत का साथीयाद रखना। ऐ घुसखोरीधन तो बढाये हीमन घबराये। ©A

ग़ज़ल

बाजार तिरे शहर के बदनाम बहुत हैं,छोटी सी खुशी के भी यहाँ दाम बहुत हैं। आँखों में अभी प्यार के पैगाम बहुत हैं,हर शख्स के माथे पर ही इल्जाम बहुत … Read More

हे कसार देवी

प्रकृति के संघनसान्निध्य मेंमानव की समझ केसमय सेचमकीले पहाड़ परविराजी हो तब सेआकर्षक शक्तियाँपाले हो गर्भ मेंसदियों से चमत्कारका महाजाल बिछायेकभी भी समझ में‌किसी के न आयेध्यान विवेकानंद नेजो लगायाबेहतरीन … Read More

ग़ज़ल

हाल अपना कमाल है साहब,बेसबब ही बवाल है साहब। ठोकरे दर बदर की खाई हैं,चाल फिर भी कमाल है साहब। तुम दबाते हो दुखती नस अक्सर,अपनी चुप्पी की ढाल है … Read More

बाबा नीम करौली

कुमाऊं उत्तराखंडका सरताजपहाड़ों का हमराजजहां पर सजी हैंदेवताओं की बस्तीश्रृद्धा भाव कीदुर्लभ यात्राअसीम विश्वासकी छत्रछायाकैंची धाम के रास्तेपहाड़ों से बहतीकलकल करतीशिप्रा नदीआ बसे उन्नीस सौबासठ मेंचमत्कार करने वालेबाबा नीम करौलीजनमानस … Read More

हायकु

किरण फूटीपहाड़ों पर उतरीधरती बिछी। यह पहेलीअनबुझ उलझीनहीं सुलझी। पेड़ों से छांवउतरने लगी हैघर लोटेगे। कलम उठालिखता है जीवनझरता मन। बदमिजाजबेअदब अक्कड़है स्वभाव। ©A