ग़ज़ल

पास आओ मत शरमाओ,दूरी दिल की नहीं बढ़ाओ। कह दी बात मसखरी में कुछ,भूलो उसको मान भी जाओ। कुछ दिन की है बात जुदाई,कट जायगी खैर मनाओ। दूर रहे हम … Read More

रातरानी भी खुशबू नहाती रही

कैसी रुसवातपन ये सनमजलता रहा है जियातो सुलगती चांदनीरात भर हाय पहलू बदलते हुएसिसकियाँ लेअगन-सी धधकती रही। नयन के पट खुलेयादों के झरती रहीअश्रु आँखें हमारी बहाती हुईटिम-टिमाते सितारों की सरगोशियाँहम … Read More

यादों के मरुस्थल

बेख्याली के चलतेदरक गयेनादानियों के शहर दर शहरजाने कितने अनमोल पल। चुक ही तो हुईसुनहरे सपनों को परवान चढ़ाजीतने के वह सारे दावेजाने कहाँ लुप्त हो गयेतमाम हौसलों के पर … Read More

अलवेली

पहले अलसाई, फिर चहकीढलने लगी पहर-पहरछाई अँखियों की लालीउतरी सांझ बहकी-बहकीपनघट पर चली गोरीपलकों में लाज भरीधीमे-धीमे ढूंढ रहीकहाँ है सजना सखी !कल-कल झरता है झरनाबात प्रीत की करनाप्यार के … Read More