ग़ज़ल
बहर2122,1212,22 तेरी दुनिया में ये क्या-क्या देखा,या ख़ुदा यार बेवफ़ा देखा। वक्त की ठोकरें लगीं ऐसी,माँ की थपकी में हौसला देखा। जिनके हाथों छले गए थे हम,झूठ हर रोज़ इक … Read More
पल पल, हर पलकुछ नया उगा लाता है यह मनचंचल नदी, स्थिर पहाड़जाने कहाँ-कहाँउछलता कूदतामस्त पवन-सा बनडोलता रहाता है मनदिन, चाँदनी से होने लगतेमयूर बन नृत्य करतापंजों के बल चलकरनृत्य … Read More
दर्द की आधारशिलाजब रख रहे होमेरी जीवन शैली परउसके चलन परतब तुम कोई चन्दन नहीं होजो अपने जीवनसे खुशबू बिखेरनेको तत्पर हो। जबकि सच्चाई यह है कियह सब करनातुम्हारी परवरिश … Read More
फूली-फली रहे सदा हीप्रेम प्रीति कि बेलामहके मन के कुसुम सलोने,आ जाओ फिर मेरे अंगना। जो कहना होकह दो प्रियतम,मन में कुछ न तुम रखनारंग-बिरंगे फूलों जैसे ही रहना। झूम … Read More