ग़ज़ल

अपने गेसू सँवारने दे मुझे,
आईने को निहारने दे मुझे।

मुझको मालूम है कि आओगे,
पहले राहें बुहारने दे मुझे।

रात रोशन हुई सितारों से,
चाँद को भी पुकारने दे मुझे।

पास आओ तो कोई बात बने,
साथ में शब गुजारने दे मुझे।

प्यार बेइंतिहाँ वो करते हैं,
दिल में उसको उतारने दे मुझे।

बेवफ़ा यूँ तो रूठकर मत जा,
आज खुद को निखारने दे मुझे।

©A

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