ग़ज़ल

प्यार हुआ है सोच के अच्छा लगता है,उनसे जन्मों का है रिश्ता लगता है। तोड़ी है खामोशी जब से यह हमने,ग़म से दामन सहज छुड़ाना लगता है। पीर उठी है … Read More

ग़ज़ल

आईना एक ख़ुद को दिखा तो चले,जन्म-जन्मों का रिश्ता निभा तो चले । सोचने क्या लगे हाथ थामो मेरा,क्यों ख़फा हो ख़ता कुछ पता तो चले। हमने बुन ली नई … Read More

ग़ज़ल

यूँ भी होता है कुछ भला करना,कुछ नहीं है तो बस दुआ करना। चाहतों का न दौर हो ना सही,पर अदावत की मत खता करना। खुद पे विश्वास बस रखो … Read More

ग़ज़ल

दुख के पीछे सुख का आना होगा ही,अपने दिल को यह समझना होगा ही। तूफ़ाँ को आना है वो तो आएगाहमको अपनी जान बचाना होगा ही। तन्हा जीना भी क्या … Read More

ग़ज़ल

दर्द पाया है इस ज़माने से,बाज आये न दिल लगाने से। नींद आँखों को दी मेरे रब नेआएँ सपने किसी बहाने से । देखते राह थे कभी मेरी,राह बदले हैं … Read More

ग़ज़ल

तुम्हारी बेवफाई मुझको अक्सर रुलाती है,मेरी वफा के घर तो फिर भी आ ही जाती है। दिये जलते हैं जब भी तुम्हारा नाम लेती हूँ,मेरा दिल काँपता है जब जुदाई … Read More

ग़ज़ल

इन लबों पे हँसी चाहते हैं,चैन की जिंदगी चाहते हैं । तिरगी में नहीं अब है जीना,सुबह की रोशनी चाहते हैं । थक गए ख्वाहिशों के मुसाफिर,अब सुकूँ दो घड़ी … Read More

ग़ज़ल

बहर212,212,212,212 फिर खयालों में उनको बुलाने लगे,याद में उनके आँसू बहाने लगे। रात का ख्वाब फिर याद आया हमें,बंद होठों से भी मुस्कुराने लगे। रस्में-उल्फ़त निभाते रहे हम यहाँ,छोड़कर बीच … Read More

ग़ज़ल

मेरे सांवरे की निशानी न पूछो,मधुर बांसुरी की रवानी न पूछो ये बाँधी है सीमाएँ इक दिन हमी ने,मेरी चाहतों की कहानी न पूछो। मैं आराधना सृष्टिकर्ता की करती,इबादत की … Read More

ग़ज़ल

हम उनसे अनजाने हैजिनके पास ख़ज़ाने हैं। उम्र फिसलती जाती है,सब किस्से बिसराने हैं। निभा चलों सच्चे दिल से,जितने फर्ज निभाने हैं। कान्हा जी मिलने आए,दूर बहुत बरसाने हैं। करते … Read More