इंचीटेप
मेरे पास ऐसाकोई इंचीटेप होताजिससे मैंदर्द की गहराईनाप लेतीशायदबर्दाश्त करने कीकुछ सीमा भीनिर्धारित हो जातीफिर दर्द के उठतेज्वाभाटा को मैंअपनी पतवार सेबह निकलने कीधार पर धकेल देतीकुछ तो दर्द काकसैला … Read More
कांस में बना वह घर जिसे देखने वह दूर शहर से आई है, बहुत सुना था घर वालों से, नया घर बनाया हैं बुआजी ने, बुआ ने भी कहा था … Read More
किशन ने जैसे ही कश्यप साहब के पैर छुए वे पीछे हट गए… “अरे यह क्या कर रहे हो” “अंकल, आशीर्वाद दीजिए मेरा सिलेक्शन एसआई के लिए हो गया है।”“अरे … Read More
तपस्वी रूद्रा नंद बाबा हम बाबा बालक नाथ के दर्शन के बाद ऊना लौटे.. जाते वक्त मन बना लिया था कि लौटते में दर्शन करना ही है। अनुमान था … Read More
सोचते सोचते जाने कितना समय गुजर गया राजीव को, पूरे एक वर्ष तो यूँ ही घर की इस खिड़की पर प्रतिदिन बैठकर गुजर गये है, जिंदगी में कितना उतार-चढ़ाव आया, … Read More