इंचीटेप

मेरे पास ऐसाकोई इंचीटेप होताजिससे मैंदर्द की गहराईनाप लेतीशायदबर्दाश्त करने कीकुछ सीमा भीनिर्धारित हो जातीफिर दर्द के उठतेज्वाभाटा को मैंअपनी पतवार सेबह निकलने कीधार पर धकेल देतीकुछ तो दर्द काकसैला … Read More

गहरे पैठी मान्यताएँ

किशन ने जैसे ही कश्यप साहब के पैर छुए वे पीछे हट गए… “अरे यह क्या कर रहे हो” “अंकल, आशीर्वाद दीजिए मेरा सिलेक्शन एसआई के लिए हो गया है।”“अरे … Read More

यात्रावृत्तांत

तपस्वी रूद्रा नंद बाबा     हम बाबा बालक नाथ के दर्शन के बाद ऊना लौटे.. जाते वक्त मन बना लिया था कि लौटते में दर्शन करना ही है। अनुमान था … Read More

कमला

कमला कुछ ऐस घटा जिंदगी में कि सब अस्त-व्यस्त हो गया, सोचा था कि बड़ी सुगमता से बीत जाएगी ये जिंदगी, किंतु दुख तो जैसे घात लगाए बैठा था । … Read More

ग़ज़ल

1मुहब्बत का रोशन सितारा हुआ ,मिलन जो हमारा तुम्हारा हुआ . हमी ख्वाब में बात करते रहेन तेरी तरफ से इशारा हुआ . सहर-शाम चौखट तेरी थाम कर,कि रोया मेरा … Read More

जरा उठो तो सही

सोचते सोचते जाने कितना समय गुजर गया राजीव को, पूरे एक वर्ष तो यूँ ही घर की इस खिड़की पर प्रतिदिन बैठकर गुजर गये है, जिंदगी में कितना उतार-चढ़ाव आया, … Read More

खेल तमाशा

“पता है बुढ़ापे में पैसों को किस तरह व्यवस्थित करना है उसके लिए पेपर में एक विज्ञापन आया है , न्यू मार्केट में पांच दिन की अकाउंट क्लास लग रही … Read More

ठान लो

रजनी ने अपने बच्चे न होने के गम को कम करने के लिए जेठानी सावित्री के बच्चों के साथ बांट लिया था। सावित्री भी अपना छोटा बेटा पंकज को उसके … Read More